प्यार… ❤


तुम अक्सर पुछती हो मुझसे, क्यु प्यार करता हु मै तुमसे?
क्या बताउ तुम्हे? 

तुम्हारे दिलकश चेहरे पर मरता हु मै?

तुम्हारी प्यारीसी आवाज पर मरता हु मै?

तुम्हारे सुंदर घनी जुल्फो पे मरता हु मै? 

ये सब कहुंगा तो मान लोगी तुम…

पर अगर ऐसा है तो कुछ साल बात जब हम बुढे हो जायेंगे, जवानी कि ये चमक भी साथ साथ मिट जायेगी!

दिलकश से चेहरे पर वक्त के साथ झुरिया दिखने लगेंगी ना?

सुंदर आवाज भी वक्त के साथ कही थम सी जायेगी ना? 

ये काली घनी जुल्फे कल सफेद नाजुक हो जायेगी ना? 

ये सब तो वक्त के साथ साथ धीरे धीरे बदल जाना है, तो क्या मेरा प्यार भी वक्त के साथ बदल जाना है? 

नही!!! 

वक्त के साथ तुम्हारी खूबसूरती, रंग ढल सा जायेगा…

लेकिन, 

मेरा प्यार जो है ना, वह वक्त के साथ बस बढता ही जायेगा… जरूर! 

मै कल था, आज हु, और हमेशा रहुंगा… 

ऐसी बोहोत सी चीजे है जो बेशुमार खूब है तुम मे, पर अगर वो सब ना भी होता तब भी ये प्यार जरूर होता, अब है और हमेशा के लिये रहेगा… 

क्युकि प्यार करने के लिये कोइ वजह नही, बस दिल चाहिये होता है और मेरा ये कंबख्त दिल आजकल पूरी तरह से तुम्हारे वश मे हूआ करता है! 

अगर प्यार कि कोइ वजह नही है तो ऐसें प्यार का कोइ अंत भी नही है! ❤

*You don’t need a reason to love someone. If you have a reason to love someone, you don’t love them!*

– सुवर्णा (मेघा).

61 thoughts on “प्यार… ❤

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    I believe true love exists. But it doesn’t depend upon physical attraction. It is the union of the minds. My request : it will be more helpful if you provide us with English translation so that people like me can understand your thoughts more fully.

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